महाकुंभ भगदड़ मामला: सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर, स्टेटस रिपोर्ट और सख्त कार्रवाई की मांग

प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ से मौतों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है। सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने इस याचिका को दायर किया है, जिसमें घटना की स्टेटस रिपोर्ट पेश करने और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
याचिका में प्रमुख मांगें:
- कुंभ मेला क्षेत्र में सुविधा केंद्र:
- सभी राज्यों द्वारा सुविधा केंद्र खोलने की मांग, ताकि गैर-हिंदी भाषी तीर्थयात्रियों को सहायता मिल सके।
- VIP मूवमेंट पर नियंत्रण:
- धार्मिक आयोजनों में VIP मूवमेंट सीमित करने और आम श्रद्धालुओं के लिए अधिक स्थान सुनिश्चित करने की मांग।
- प्रमुख भाषाओं में सूचना प्रसार:
- डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, मोबाइल मैसेज और व्हाट्सएप अलर्ट के जरिए भगदड़ जैसी घटनाओं से बचने के उपाय।
- मेडिकल हेल्प डेस्क की स्थापना:
- गैर-हिंदी भाषी तीर्थयात्रियों के लिए हर राज्य द्वारा कुंभ में मेडिकल हेल्प डेस्क स्थापित करने की मांग।
महाकुंभ में हादसे के बाद सुरक्षा बढ़ी
महाकुंभ का आज 18वां दिन है। मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग से घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही पुलिस इनक्वायरी भी शुरू की गई है।
आगामी 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अमृत स्नान को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है:
✅ पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया।
✅ VIP पास रद्द कर दिए गए, श्रद्धालु सिर्फ पैदल संगम तक जा सकेंगे।
✅ प्रयागराज शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक, सिर्फ बाइक, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को अनुमति।
भगदड़ में अब तक 30 की मौत, 90 घायल
- कल हुई भगदड़ में 90 श्रद्धालु घायल हुए, जिनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है।
- 36 का इलाज जारी है, 24 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई।
- मृतकों में यूपी के 19, कर्नाटक के 4, गुजरात और असम के 1-1 श्रद्धालु शामिल।
- 5 शवों की शिनाख्त अब तक नहीं हो सकी।
- सरकार ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।
अब सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल होने से प्रशासन पर और दबाव बढ़ गया है।